Monday, December 14, 2009
पूर्व सैनिकों ने फिर भरी हुंकारDec 14, 01:25
पूर्व सैनिकों ने फिर भरी हुंकारDec 14, 01:25 amबताएं
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नोएडा, संवाददाता : कानून के दायरे में रहेंगे, फौजी अनुशासन नहीं तोड़ेंगे,बिना हक लिए चैन से नहीं बैठेंगे। पूर्व सैनिकों ने अपनी मांगें मनवाने के लिए एक बार फिर से हुंकार भर दी है। वन रेंक, वन पेंशन की मांग पूरी होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। जनवरी में देश के सभी पूर्व सैनिक छठी बार राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल को अपने मेडल वापस करेंगे। यह मुहिम तब तक जारी रहेगी जब तक उन्हें वन रेंक, वन पेंशन का लाभ नहीं दिया जाता। ये निर्णय रविवार को ऑल इंडिया एक्स सर्विसमैन मूवमेंट के देश भर से आए पदाधिकारियों ने नोएडा के सेक्टर 37 स्थित अरुण विहार सामुदायिक केंद्र में लिए।
ऑल इंडिया एक्स सर्विसमैन मूवमेंट के चेयरमैन लेफ्टिनेंट जनरल राज कादयान ने बैठक में कहा कि केंद्र सरकार उनके सब्र का इम्तिहान न लें। देश के 22 लाख फौजी अगर बिफर पड़े, तो सरकार को लेने के देने पड़ जाएंगे। पूर्व सैनिक अब तक पांच बार राष्ट्रपति को 22 हजार मेडल लौटा चुके हैं। छठी बार जनवरी में वापस करेंगे व इनकी संख्या पहले से अधिक होगी। सरकार से कई बार पूर्व सैनिक वार्ता कर चुके हैं, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। सरकार को पूर्व सैनिकों की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। दूसरे कर्मचारियों को जहां 60 व 58 साल की आयु में सेवानिवृत्ति मिलती है वहीं सैनिकों को 15 साल बाद घर भेज दिया जाता है। इसलिए सरकार बिना देर किए जनवरी 2006 के बाद व अक्टूबर 1996 से पहले रिटायर्ड हुए सैनिकों को वन रेंक, वन पेंशन का लाभ दे।
मूवमेंट की वार्षिक आमसभा में इस वर्ष के कार्यो की समीक्षा की गई व वित्तीय लेखा-लेखा जोखा पेश किया गया। कमोडोर लोकेश बत्रा ने बताया कि अगले वर्ष के कार्यो की समीक्षा के लिए निरीक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं। उनकी मांगें वाजिब हैं, सरकार को वन रेंक, वन पेंशन लागू करना चाहिए।
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